बीसीए कोर्स क्या है ? - 12th Career Option

बीसीए कोर्स क्या है ?

बीसीए कोर्स क्या है ?(What is BCA ?)

आज इस पोस्ट में हम जानेंगे बीसीए कोर्स क्या है ?इसके बारे में जानकारी। बीसीए कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी(Information Technology) के क्षेत्र में तीन वर्षीय ग्रेजुएट कार्यक्रम है।यह  छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय करियर विकल्पों में से एक हैं।जो कंप्यूटर से संबंधित क्षेत्रों में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। बीसीए छात्रों को उनकी तकनीकी विशेषज्ञता और आईटी में काम करने के लिए सक्षम और तकनीकी रूप से कुशल बनाता है। विज्ञान और गैर-विज्ञान दोनों पृष्ठभूमि के छात्र बीसीए कार्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। आजकल आईटी उद्योग में तेजी से विकास के साथ, दुनिया भर में आईटी पेशेवरों की एक बड़ी मांग है।

इसमें कंप्यूटर की भाषाओं अध्ययन करते हैं। डेटाबेस प्रबंधन, नेटवर्किंग, वेब डिजाइनिंग, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि जैसे विषयों का अध्ययन करते हैं। बीसीए ग्रेजुएट छात्रों के लिए नौकरी के बहुत सारे विकल्प हैं। इसके द्वारा आप दोनों क्षेत्रों में नौकरी पा सकते है। चाहे वो सरकारी हो या प्राइवेट। कुछ संस्थान पिछले अकादमिक रिकॉर्ड के आधार पर बीसीए कार्यक्रमों में प्रवेश देते हैं, जबकि कुछ प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। संस्थानों की प्रवेश प्रक्रिया के आधार पर कभी-कभी प्रवेश परीक्षा के बाद साक्षात्कार परीक्षा होती है।

बी.सी.ए का फुल फॉर्म

बीसीए का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन होता है। यह 3 साल का कंप्यूटर एप्लीकेशन आधारित पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम है। जो भी उम्मीदवार एक डेवलपर, प्रोग्रामर बनना चाहते हैं। वे बीसीए प्रोग्राम को चुन सकते हैं। बीसीए के कोर्स के अंदर आपको बहुत सारी डेवलपमेंट और एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग की जानकारी मिलती है। जो छात्र कोडिंग में रूचि रखते है वो बीसीए कोर्स में प्रवेश ले सकते है।

बीसीए के लाभ

अवधि- अगर हम कंप्यूटर विज्ञान में बी.टेक से बीसीए की तुलना करे। तो  बीसीए तीन साल का ग्रेजुएट कोर्स है। इसलिए, जो छात्र इतने लंबे समय तक अध्ययन नहीं करना चाहते हैं, वे बी.टेक के बजाय बीसीए का चयन कर सकते हैं।

कंप्यूटर में ज्ञान- चूंकि एक पाठ्यक्रम के रूप में बीसीए का पाठ्यक्रम पूरी तरह से कंप्यूटर और उसके अनुप्रयोग के लिए तैयार किया गया है। छात्रों को इस क्षेत्र में कंप्यूटर अनुप्रयोगों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने को मिलता है।

मांग- अगर देखा जाये तो किसी आईटी कंपनी में बी.टेक स्नातक की तुलना में कंप्यूटर भाषाओं(कंप्यूटर लैंग्वेजेज)की जानकारी रखने वाले छात्र को प्राथमिकता दी जाती है।

बीसीए योग्यता

  • किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 10 + 2 पूरा करना होगा।
  • उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष होनी चाहिए।
  • बीसीए पात्रता विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के आधार पर अलग अलग होती है।

बीसीए विशेषज्ञता

  • एनीमेशन
  • इंटरनेट टेक्नोलॉजीज
  • डेटाबेस प्रबंधन
  • एकाउंटिंग
  • संगीत और वीडियो प्रसंस्करण
  • प्रोग्रामिंग भाषा
  • व्यक्तिगत सूचना प्रबंधन
  • सिस्टम विश्लेषण

कोर्स और नौकरी में अवसर

भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी आईटी पेशेवरों की मांग बढ़ रही है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र आईबीएम, ओरेकल, इंफोसिस नौकरी पा सकता है । जो कि  जानी मानी आईटी कंपनियों में नौकरी पा सकता है। छात्र सिस्टम इंजीनियर, जूनियर प्रोग्रामर, वेब डेवलपर या सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में काम कर सकता है। यह क्षेत्र आपको न केवल निजी क्षेत्र में बल्कि सार्वजनिक क्षेत्र में भी अपना करियर बनाने के पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। एनआईसी, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना जैसे सरकारी संगठन भी अपने आईटी विभाग के लिए बड़ी संख्या में कंप्यूटर पेशेवरों की भर्ती करते हैं।

कोर्स पूरा होने के बाद छात्र की वर्क प्रोफइल निम्न प्रकार हो सकती है –

  1. सिस्टम इंजीनियर सॉफ्टवेयर-एक सिस्टम इंजीनियर सॉफ्टवेयर, सर्किट और पर्सनल कंप्यूटर का विकास, परीक्षण और मूल्यांकन करता है।
  2. प्रोग्रामर – एक प्रोग्रामर को कोडिंग की जानकारी होना बहुत आवश्यक है। प्रोग्रामर का कर्तव्य सॉफ्टवेयर के लिए कोड लिखना है। एक प्रोग्रामर मुख्य रूप से कंप्यूटर भाषा जैसे असेंबली, COBOL, C, C++, C#, Java, Python, आदि में काम करता है।
  3. वेब डेवलपर- एक वेब डेवलपर एक प्रोग्रामर होता है जो वर्ल्ड वाइड वेब एप्लिकेशन के विकास में माहिर होता है। वेब डेवलपर की भूमिका वेबसाइटों को बनाने और बनाए रखने की होती है। एक वेब डेवलपर के पास HTML/XHTML, CSS, PHP, JavaScript आदि में कमांड होना चाहिए।
  4. सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर – एक सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर भी मुख्य भूमिका निभाता है। सिस्टम या सर्वर को स्थापित करने और बनाए रखने के लिए एक सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर जिम्मेदार होता है।
  5. सॉफ्टवेयर डेवलपर-आजकल काम को आसानी से करने के लिए विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर तैयार कर दिए जाते है। सॉफ्टवेयर डेवलपर की एकमात्र जिम्मेदारी सॉफ्टवेयर विकसित करना है। एक सॉफ़्टवेयर डेवलपर सॉफ़्टवेयर को स्थापित, परीक्षण और रखरखाव भी करता है।

आशा है आपको मेरे द्वारा दी गयी बीसीए कोर्स क्या है ? पर जानकारी पसंद आयी होगी।

कुछ अन्य नौकरियों से जुडी जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक अवश्य करें-

बीएससी कंप्यूटर साइंस क्या है ?

डेटा विज्ञान क्या है ?

इसरो क्या है?

यह भी जरूर देखें –

फ्री कंप्यूटर क्लास के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें।

Youtube Channel Link Click Here

सब्सक्राइब करने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें 

कंप्यूटर के फ्री नोट्स लेने के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करें –
नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करें-

फ्री कंप्यूटर कोर्स वेबसाइट यहाँ क्लिक करें

 

 

 

 

 

Leave a Comment